क्या वाकई में फिर एक अंदोलन और होगा उत्तराखंड के पहाड़ों में, इस बार का अंदोलन पहाड़ के जल जंगल जमीं और वहां की जवानी को बचाने के लिए होगा, कवि ओम प्रकाश सेमवाल जी की कलम से निकला गीत बहुत कुछ कहता है इस सुलगते अंदोलन के बारे में, इस गीत के माध्यम से उन्होने पहाड़ की पीड़ा को बेखूबी कहा है, ओम बधानी और मीना राणा जी की सुन्दर आवाज के साथ पहाड़ के जनमानस तक इस गीत को पहुँचाया है,
जरूर सुनिए इस गीत को
जरूर सुनिए इस गीत को
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