सुनिए नरेंद्र सिंह नेगी जी की आवज में गिर्दा का लिखा गीत "जैता एक दिन त आलू दिन ई दुनि में
ततुक नी लगा उदैख, घुणन मुनई न टेक
जैता एक दिन तो आलो, ऊ दिन यो दुनी में
ततुक नी लगा उदैख, घुणन मुनई न टेक
जैता कभि न कभि त आलो, ऊ दिन यो दुनी में....
जै दिन काटुलि रात ब्यालि, पौ फाटला दो कङालो-२
जैता एक दिन तो आलो, ऊ दिन यो दुनी में
जैता कभि न कभि त आलो, ऊ दिन यो दुनी में....
जै दिन नान ठुलो नि रौलो, जै दिन त्यरो-म्यरो नि होलो-२
जैता एक दिन तो आलो, ऊ दिन यो दुनी में
जैता कभि न कभि त आलो, ऊ दिन यो दुनी में....
जै दिन चोर नी फलाला, कै को जोर नी चलोलो-२
जैता एक दिन तो आलो, ऊ दिन यो दुनी में
जैता कभि न कभि त आलो, ऊ दिन यो दुनी में....
चाहे हम नि ल्यै सकूं, चाहे तुम नि ल्यै सको-२
जैता क्वै-ना-क्वै त ल्यालो, ऊ दिन यो दुनी में
जैता एक दिन तो आलो, ऊ दिन यो दुनी में
जैता क्वै ना क्वै त ल्यालो ऊ दिन यो दुनी में
गिरदा मेरे प्रेरणा स्रोत
ReplyDeleteमेरे प्रेरणा
ReplyDelete