Monday 31 July 2017

CK Shrestha's Poem, O MAMTA





ये कविता उन सभी उत्तराखंडी आंदोलनकरियों को उत्तराखंड आंदोलन की याद दिलाती है जब वह सब मुलायम मायावती के खिलाफ आंदोलन किया करते थे उन्हें ललकारते थे, कल जंतर मंतर में गोरखालैंड की मांग को लेकर गोरखालैंड के अंदोलनकरियों द्वारा एक विशाल सभा का आयोजन किया गया था वही गोरखालैंड की एक कविता वहां के प्रसिद्ध कवी "सी के श्रेष्ठा" जी से सुनने को मिली ऐसे, जो ममता को ललकार रहे थे, उनकी ये कविता सैकड़ों लोगों में जोश भर रही थी मैंने उसे यूं ट्यूब से ढूंढा और आप सभी के साथ साझा कर रहा हूँ आप भी सुनिए, इस कविता को और शेयर जरूर करना

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