बल मछली जल की रानी है
अर् जीवन उसका पानी है...
दो-चार किलो तक की
मिली तो बल खानी है
सौ किलो से ऊपर हुई तो
कभी न जीभ ललचानी है...
अगर गलती से पकड़ ली
तो फ़ोटो नहीं खिंचानी है
अगर खींची तो भूल से भी
फेसबुक पे नहीं चुलानी है...
फ़ोटो डाल के फ़ेसबुक पे
मुसीबत न कभी बुलानी है
प्रशासन है हमारा चौकन्ना
क्यों जेल की हवा खानी है...
तुम गँवार हो बल तुम्हारी
कीमत कब किसने जानी है
गाय-बकरी इंसान की भले
जानवरों के लिए कुर्बानी है...
खा लो भले असूज-मंगसीर में
पर सौँण में बिल्कुल नहीं खानी है
भैर बन जाना तुम देवभूमि के देव
भितर भले ल्वतगी खूब चपानी है...
जब कोई नरभक्षी करता हानि है
तब न किसी को कोई परेशानी है...
बल मछली जल की रानी है
अर् जीवन उसका पानी है....
©® धर्मपाल रावत
ग्राम- सुन्दरखाल, ब्लॉक- बीरोंखाल
जिला- पौड़ी गढ़वाल-246169.
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