Tuesday 12 July 2016

आज हमने चॉद को तालाब मे कैद देखा है.Most Hindi popular blog Uttarakhand garhwali Poem

यययययकीन नही होताहै है है है है है है
*****----------------***********

आज हमने चॉद को
तालाब मे कैद देखा है.
ये हकीकत है यकीन नही होता है.
जब सूरज पश्चिम मे चला जाता है
रोशनी के नाम पर लट्टू भी चमक जाता है.
ये हकीकत है यकीन नही होता है.
जिस पर शक नही होता है कभी
आज वही कपड़े उतार बैठा है.
ये हकीकत है यकीन नही होता है.
बाजार माला माल हैं
किसानों पे कर्ज होता है.
ये हकीकत है यकीन नही होता है.


जयपाल सिंह रावत ''छिपोडु'' दा 
Most Hindi popular blog Uttarakhand

 Garhwali poem garhwali kavita  Garhwali poem garhwali kavita  Garhwali poem garhwali kavita 
 Garhwali poem garhwali kavita  Garhwali poem garhwali kavita  Garhwali poem garhwali kavita 

No comments:

Post a Comment

गढ़वाल के राजवंश की भाषा थी गढ़वाली

 गढ़वाल के राजवंश की भाषा थी गढ़वाली        गढ़वाली भाषा का प्रारम्भ कब से हुआ इसके प्रमाण नहीं मिलते हैं। गढ़वाली का बोलचाल या मौखिक रूप तब स...