मंगलवार, 12 जुलाई 2016

आज हमने चॉद को तालाब मे कैद देखा है.Most Hindi popular blog Uttarakhand garhwali Poem

यययययकीन नही होताहै है है है है है है
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आज हमने चॉद को
तालाब मे कैद देखा है.
ये हकीकत है यकीन नही होता है.
जब सूरज पश्चिम मे चला जाता है
रोशनी के नाम पर लट्टू भी चमक जाता है.
ये हकीकत है यकीन नही होता है.
जिस पर शक नही होता है कभी
आज वही कपड़े उतार बैठा है.
ये हकीकत है यकीन नही होता है.
बाजार माला माल हैं
किसानों पे कर्ज होता है.
ये हकीकत है यकीन नही होता है.


जयपाल सिंह रावत ''छिपोडु'' दा 
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