चीन की सीमा से लगा भारत का ये आखिरी गांव है. लेकिन ये हमारे देखने का नज़रिया भर है. दूसरी तरफ़ से देखें तो ये भारत का पहला गांव भी है. लेकिन शायद हमने अपने गांवों को इस तरह देखना बंद कर दिया है. पहला होने की हैसियत, गांवों को अब कहां हासिल रह गई है. हम अब बड़ी-बड़ी योजनाओं, बड़े-बड़े सपनों की बात करते हैं. छोटी-छोटी सच्चाइयां इस विराट कहानी में जैसे ओझल हो जाती हैं. By NDTV
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
गढ़वाल के राजवंश की भाषा थी गढ़वाली
गढ़वाल के राजवंश की भाषा थी गढ़वाली गढ़वाली भाषा का प्रारम्भ कब से हुआ इसके प्रमाण नहीं मिलते हैं। गढ़वाली का बोलचाल या मौखिक रूप तब स...
-
सुनिए नरेंद्र सिंह नेगी जी की आवज में गिर्दा का लिखा गीत "जैता एक दिन त आलू दिन ई दुनि में ततुक नी लगा उदैख, घुणन मुनई न टेक जैता...
-
राजनीती के राजाओं से मैं।। हर दिन हर पल लुट रहा हूँ।। पवित्र मेरी प्रकृति फिर भी ।। दूषित लोगों से हरपल घुट रहा हूँ ।...
-
वह सुमन ही था ! जो मुरझाकर भी अभी खिला हुआ हैं। वह सुमन का ही बीज है ! जिससे हमें सत्य, संघर्ष, का सहास मिला हुआ है। व...
No comments:
Post a Comment