Friday, 26 October 2018

कहानी - डॉक्टर की लेखनी || लेखिका - आरोही रावत, कक्षा - 3, उम्र 8 साल,


शशि नाम का एक लडका था। शशि चौकलेट और टॉफी बहुत खाता था!! अपनी मम्मी पापा से हर बार चॉकलेट और टॉफी खाने की जिद्द करता था !! मम्मी पापा भी उसकी जिद्द के आगे हार जाते थे और उसे चॉकलेट दे देते थे !! 
एक बार वह अपनी मम्मी के साथ बाजार गया और उसने वहाँ अपनी मम्मी से टॉफी मांगी । मम्मी ने शशि को टॉफी दे दी !! थोड़ी देर बाद अचानक उसके दांत में दर्द होने लगा उसने दर्द की बात मम्मी को बताई !! शशि की मम्मी उसे पास ही डॉक्टर के पास ले गई। डॉक्टर को उसके मुहं में दर्द की बात बताई । डॉ ने शशि से कुछ सवाल पूछे !! तुम्हारा नाम क्या है ? बच्चे ने कहा शशि !! डॉ ने उम्र बताने को कहा ? शशि ने कहा 9 साल !! डॉक्टर ने कहा कौन सी क्लास में पढ़ते हो ? शशि ने जवाब दिया कक्षा चार में !! डॉ ने शशि को मुहं खोलने के लिए कहा और मुहं देखने के बाद पूछा क्या आप चॉकलेट खाते हो ? शशि चुप हो गया !! डॉ समझ गए और कहा क्या आपको पता है चॉकलेट खाने से आपके पूरे दांत ख़राब हो जायेंगे, और एक दिन तुम्हारे सारे दांतों पर कीड़े लग जायेंगे। और फिर उन्हें तोड़ना पडेगा।!! शशि खमोश होकर सुन रहा था । डॉ ने उससे कहा मुझसे वादा करो कि आज के बाद तुम चॉकलेट नही खाओगे!! शशि ने डॉ से वादा किया कि आज के बाद वह चॉकलेट नही खायेगा। 
डॉ ने उसके पर्चे पर दवाई लिखी और शशि की मम्मी से उन्हें सामने वाली दुकान से लेने को कहा और कहा कि पर्चे पर जैसा लिखा है उसके हिसाब से बच्चे को दवाई दे देना । शशि की मम्मी ने सामने वाली दुकान से दवाई ली और घर वापस आकर दवाईओं को घर पर बने रैंक जहाँ पहले से और दवाईयाँ रखी थी उनके साथ रख दिया।।


शाम को जब शशि की मम्मी ने शशि को दवाई खिलाने के लिए रैंक से दवाई निकालनी चाही पर शशि ने उन दवाईओं को अन्य दवाईयों के साथ मिला दिया था। मम्मी ने डॉ की पर्ची निकाली और उसे पढ़कर दवाई खोजने लगी । पर डॉ की राइटिंग समझ में नहीं आई उसने शशि के पापा को भी दिखाया शशि के पापा को भी डॉ की लेखनी समझ में नही आयी। काफी कोशिश करने के बाद भी जब समझ नही तो मम्मी ने कुछ मिलती-जुलती दवाई निकली शशि को पिला दी पर मम्मी ने शशि को गलत दवाई दे दी थी !! जिससे शशि की तवियत और ख़राब हो गयी उसे बुखार भी हो गया।। उसके मम्मी पापा डर गए और वह उसे जल्दी से उसी डॉ के पास ले गए । डॉ ने शशि को देखा और उसे एक सुई लगायी और मम्मी पापा से कहा घबराने कोई बात नही है शशि जल्द ही ठीक हो जायेगा !! अच्छा हुआ आप बच्चे को जल्दी ले आये वरना कुछ भी हो सकता था। शशि के शारीर में गलत चीज खाने से गलत प्रतिक्रया हुई है !! आप लोगो ने इसे कोई गलत दवाई तो नही दी !! मम्मी ने कहा शायद मैंने गलत दवाई दे दी !! डॉ ने कहा पर मैंने तो आपको लिखकर दिया था कि ये दवाई देनी है !! मम्मी ने कहा कि डॉ साहब हमे आपकी राइटिंग समझ में आई आपने लिखा ही ऐसा था कि उसे कोई पढ़ ही नही सकता। और हमने गलत दवा दी जिसकी वजह से आज हमारा बच्चा मौत के मुहं में पहुँच गया । डॉ को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने उनसे माफ़ी मांगी । इधर शशि को होश आ गया उसकी मम्मी ने उसे चूमा डॉ ने कहा कि आज मेरी वजह से आपको तकलीफ उठानी पड़ी तभी शशि बोल उठा डॉ अंकल आप मुझसे भी प्रोमिश करो कि आज के बाद आप भी साफ साफ राइटिंग में लोगों को दवाई लिखकर दोगे डॉ को बहुत आत्मग्लानी हुई और उसने कहा हाँ बेटा मै आज से अभी से ये वादा करता हूँ कि साफ साफ दवाई लिखकर दूँगा!!



लेखिका
आरोही रावत
कक्षा - 3
उम्र 8 साल

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