बाधाएं कब बांध सकी हैं आगे बढ़ने वालों को..!
आपने कुछ समय पहले कई अख़बार और सोशल मीडिया पर एक खबर देखी होगी कि श्री विद्या दत्त नाम के एक बुजुर्ग ने एक 23.5 किलो की मूली पैदा की है। वो बुजुर्ग इस बार उससे भी बड़ी मूली पैदा कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाएंगे। कल हमैं इनकी कर्मभूमि मोती बाग ग्राम सांगुड़ा, देखने का मौका मिला। ....जहां इन्होंने अपना कर्मक्षेत्र चुना उस क्षेत्र मे कभी पानी की बहुत बड़ी समस्या थी। वहां पीने का पानी तक नहीं था। तब ऐसी परिस्थिति में श्री विद्या दत्त जी ने लगभग एक लाख लीटर का पानी का टैंक जमीन के अंदर बनाकर उसके ऊपर के पहाड़ के बरसाती पानी को इकठ्ठा कर उसमे डाल कर, रैन वाटर हार्वेस्टिंग का एक अनोखा उदाहरण दुनिया को दिखा दिया।
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इस टैंक का नाम सुखदेई जलाशय है, जिसका निर्माण 1978 मे किया गया। जहां पीने का पानी नहीं मिलता था वहां श्री विद्या दत्त जी ने इस जलाशय से अपने खेतों में पानी की व्यवस्था कर सागसब्जी और फलों का रिकार्डतोड़ उत्पादन करने लगे । आज भी 82 वर्ष से ऊपर की उम्र मे वो साग सब्जी, फल और मौन पालन मे नित नये प्रयोग करते रहते हैं। कृषि पंडित श्री विद्या दत्त जी इन प्रयोगों के अलावा लगातार भू सुधार और #चकबन्दी के लिए भी काम कर रहे हैं। ऐसे जीवट महापुरुष को मेरा शत शत नमन है।
Sudhir Sundriyal
भलु लगद /Feel Good
बंजर खेत आबाद करो एक मुहीम
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