Friday 15 December 2017

❝त्येरि स्य दथुड़ी❞ - गढ़वाली ग़ज़ल (एक घसेरी के जीवन में दथुड़ी का क्या महत्व होता है इस ग़ज़ल में पढ़िए)

एक घसेरी के जीवन में दथुड़ी का क्या महत्व होता है इस ग़ज़ल में पढ़िए  

मन मा बसी करछ्य रोपी त्येरि स्य दथुड़ी,
पैथरा पयाळी संधणे बेंडिन बणी त्येरि स्य दथुड़ी।।

छुणकोण सजी मैत बटि अयि त्येरि स्य दथुड़ी,
कुळे का क्वीलों तचि हथड़ोन थेंचि त्येरि स्य दथुड़ी।।

करड़ा लोखरन गढ़ी धार चढ़ी त्येरि स्य दथुड़ी
डडवार दे कि मिली पैलुड़ी न बंधी त्येरि स्य दथुड़ी।।

डैबरा लुकायी पतरोवा छिनायी त्येरि स्य दथुड़ी,
डंडकोरन छुड़ायी स्वामी मँगायी त्येरि स्य दथुड़ी।।

एक हत्या बणायी जिकुड़ा लगायी त्येरि स्य दथुड़ी,
तै बिगर त्येरि दुन्या नि प्राणू से प्यारी त्येरि स्य दथुड़ी।।


प्रदीप रावत ❝खुदेड़❞
15/12/2017

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