उमार कटेगी मेरि गौ का ओडा धारूँ मा,
म्येसणी तू अपड़ी दगड़ा शैर सरकाणे छ्वीं न कैर।
मि खूब छौ ईख, एखि होड़ पोडयूं ,
म्येसणी तू हैका होड़ फ़रक़ाणे छ्वीं न कैर।
अटगवू छौ मि, जब बटि तू शैर क्या गये,
जब बटि तू भैर क्या गये,
तब बटि तू द्वी लपक पैदल नई चल सकणी छै।
म्येसणी भी तू लम्बी ठंडी कार मा बैठाणे छवि न कैर।
इखी ई थाती मोरी अमर व्हे जौलू मी,
म्येसणी तू यी धरती बटि उठाणे छवी न कैर।
जब बटि तिन स्यू लदोडू (पिज्जा) सी चबाण क्या सीखी,
अटगवू छौ मि,
त्वे घरया कल्यो देखी उक्ये आणी च,
मेते भी तू चम्चोन खालणे छ्वी न कैर।
मि खूब जाली जंदों डांडा बोण मा,
मेसाणी बी सैणा दोंपाल चलाणे छ्वीं न कैर।
हाँ अगर त्वे मेरि फिकर च, ए
साल छै मैना मा पितृ ते याद कैदे।
म्येरू आश्रीवाद त्वे दगड़ी रालू ,
गोवा शिमला घुमणा बाद,
चार दिनों अपड़ा मुल्क भी एैजे।
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