बुधवार, 13 सितंबर 2017

Naval Khali जी की वाल से



आज मैं हूँ #कोटद्वार में....मेरे साथ हैं भाई #राजेश #खुगशाल जी !!!भाई खुगशाल जी यूँ तो केटरिंग के व्यवसाय से जुड़े हैं , पर जो खास बात इनको अन्य लोगो से अलग करती है वो है इनका पहाड़ी संस्कृति और परम्पराओ से लगाव !!! इनके द्वारा शादियों में शुद्ध पहाड़ी भोजन उपलब्ध करवाए जाते हैं जिनमे #अरसे, #कंडाली, #गहत का सूप, #फ़ाणु, #चेंसु, #थिचोणि, #झंगोरे की खीर, #बाडी, #प्लयो, #स्वाला, #रोटना आदि !!! इनके द्वारा स्टेज पर पहाड़ी थीम में विलुप्त होते #मांगल गीत
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पुराने समय मे वरनारायण को चिढाने हेतु दी जाने वाली प्यार भरी गालियां, ओखली में कूटती महिलाएं, जन्द्रा पिसती महिलाएं, छाँस छोलती महिलाएं, #ढोल-दमाऊ की थाप के साथ पहाड़ी परम्पराओ को जीवित रखने की दिशा में भाई राजेश जी के प्रयास वाकई सराहनीय हैं !!!! 
राजेश भाई का कहना है कि अपनी #पहाड़ी संस्क्रति और विलुप्त होती परम्पराओं से उनका गहरा लगाव है ,इसके साथ ही इनकी दुकान पर पहाड़ी #दालें और अनाज के लिए #विदेशोसे भी लोगो के फोन आते हैं !!! सच कहूँ तो राजेश भाई लोगों को अपनी जड़ों से जोड़ने का का कर रहे हैं।
भाई राजेश जी को ढेरों शुभकामनाएं !!!!!! इनसे सम्पर्क करने के लिए कॉल कर सकते हैं ---- 9837653672


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