Saturday 5 August 2017

क्या उत्तराखंड की भाषाएँ लुप्त हो जाएँगी


क्या उत्तराखंड की भाषाएँ लुप्त हो जाएँगी , या आज की टेक्निक भाषाओ को नए आयाम पर ले जाएगी, भारतीय भाषा लोक सर्वेक्षण द्वारा प्रकशित किताब बहुत कुछ कहती है, यहाँ तक अंग्रजी भाषा की स्थिति भी कोई खास अच्छी नहीं है विश्व अंग्रेजी भाषा के एक तिहाई ही शब्दों का प्रयोग हो रहा है , जो अंग्रेजी के लिए भी

खतरे की घंटी है, वही पूरे विश्व में भोजपुरी एक ऐसी भाषा है जो बड़ी तेजी से बढ़ रही है, भारत के समुद्र तट पर जहाँ पहले एक सौ अस्सी भाषाएँ बोली जाती थी अब केवल दो या तीन ही भाषाएँ वजूद में है , एक भाषा का समाप्त होना मतलब एक संस्कृति का समाप्त होना,पलायन के कारण ज्यादातर भाषाएँ समाप्ति की कगार पर खड़ी है,

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