Friday 30 June 2017

मेहमान पोस्ट, भारत-नेपाल का सांझा गांव धारचूला:

 

धारचूला, उत्तराखंड के पिथौरागढ़ ज़िले में बसा एक बेहद ख़ूबसूरत शहर है. बड़े शहर के रहनेवाले इसे कभी शहर नहीं कहेंगे, क्योंकि न तो यहां बड़े-बड़े शॉपिंग सेंटर है और न ही शहर जैसी सुविधायें. हिमालय की गोद में बसा है धारचूला. स्थानीय निवासियों के अनुसार, किसी ज़माने में इस शहर से कई ट्रेड रूट्स गुज़रते थे. हिमालय की ऊंची-ऊंची पहाड़ियों से घिरा ये एक ख़ूबसूरत सा कस्बा है. धारचूला के निवासी, पहाड़ों के उस पार बसे नेपाल के दारचूला के निवासीयों से काफ़ी मिलते-जुलते हैं. ये जगह पर्यटकों के बीच उतनी लोकप्रिय नहीं है, इसीलिये यहां भीड़ नहीं दिखती.समुद्रतल से 915 मीटर की ऊंचाई पर बसा ये कस्बा ख़ुद में प्रकृति के कई ख़ज़ाने समेटे हुये है.धारचूला दो शब्दों से मिलकर बना है. धार यानि कि पहाड़ी और चूला यानि चूल्हा. ये घाटी चूल्हे जैसी दिखती है, इसीलिये इसका नाम धारचूला है. पूरा पोस्ट इस लिंक पर पढ़िए
 
धारचूला, उत्तराखंड के पिथौरागढ़ ज़िले में बसा एक बेहद ख़ूबसूरत शहर हैओम पर्वत को आदि कैलाश, बाबा कैलाश, छोटा कैलाश आदि नामों से भी जाना जाता है. इस पर्वत पर बर्फ़ से ओम की आकृति बनी हुई है. ओम पर्वत के पास में ही पार्वती झील और जोन्गलिन्गकोन्ग झील. ये तिब्बत के कैलाश पर्वत से मिलता-जुलता है. आखिरी रैबार ! (गढ़वाली कविता) - प्रदीप रावत. About Channel - Lokrang TV is Digital TV of the Himalayas exploring the Culture, ..
 

No comments:

Post a Comment

गढ़वाल के राजवंश की भाषा थी गढ़वाली

 गढ़वाल के राजवंश की भाषा थी गढ़वाली        गढ़वाली भाषा का प्रारम्भ कब से हुआ इसके प्रमाण नहीं मिलते हैं। गढ़वाली का बोलचाल या मौखिक रूप तब स...