Tuesday 31 October 2017

पहाड़ केवल साइबर मिडिया में आबाद है,


पहाड़ केवल साइबर मिडिया में आबाद है, 
सच तो ये है पहाड़ अब पहाड़ में ही बर्बाद है ।

कुछ नुकसान किया पहाड़ में सुआर और बन्दरों ने,
बाकि जो बच गया उसे उजड़ा डाम के थोकदारों ने ।
जब से मनरेगा ने पहाड़ में पसारे है पाँव,
तब से बंजर के बंजर हुए पहाड़ के गाँव। 
गाय भैंस है नहीं अब, खेतों में कहाँ खाद है,

सच तो ये है पहाड़ अब पहाड़ में ही बर्बाद है ।
कुछ मिट्टी रेत हडपी पहाड़ की खनन माफियों ने, 
बाकि जो बची थी उसे बहाया बरसाती आपदाओं ने। 
कुछ हरे भरे जंगल स्वा किये गर्मियों की आग ने, 
बाकि जो बचे थे उसे कटवाया भ्रष्ट बिभाग ने। 
अपनी सरकार के पास नहीं कोई जवाब है 
सच तो ये है............................... 

कुछ खून की कमी ने मारा पहाड़ की नारी को , 
कुछ को मारा शराबी मर्द ने 
कुछ को इकुलांस के बोझ ने मारा ,
कुछ को मारा स्वीली दर्द ने।
कुछ बच्चों का भबिष्य अन्धकार किया ,
हलधर मास्टर ने ।

बाकि जो बचा था उसे बर्बाद किया ,
अस्पताल में बिन डाक्टर ने ।
मुख्यमन्त्री जी हवा में मंत्री बिदेश की सैर में,
खूब लूट रहे है उत्तराखंड को दोस्तों दिन दोपहर में।
कैसे करे बिकास न नीति है न नीयत है साफ,
जैसा प्रशासन है दोस्तों वैसे हम और आप।
प्रदीप सिंह रावत "खुदेड़ "

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